बुधवार, 16 मार्च 2011

विवादों का पर्याय बने मिर्जा जियारत बेग



कांकेर:  पाइका खेल के नाम पर जिले में एक पुलिस अफसर के खिलाफ जमकर अवैध वसूली करने की लिखित शिकायत सोमवार को शहर के जनप्रतिनिधियों ने पुलिस अधीक्षक से की। इसके पूर्व भी उक्त अधिकारी द्वारा पाइका खेल के नाम पर अवैध वसूली तथा शासन से मिली राशि में फर्जीवाड़ा की शिकायतें लगातार मिल रही थी लेकिन पुलिसिया दबाव के कारण कोई मुंह खोलना नहीं चाहता था। उक्त अधिकारी द्वारा जब पैसे नहीं दिए जाने पर सरेआम मारपीट की जाने लगी तब शहर के जनप्रतिनिधियों ने मोर्चा खोलते हुए आज पुलिस अधीक्षक से शिकायत करते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की। जनप्रतिनिधियों ने कहा की अगर शीघ्र ही उक्त वसूलीबाज अफसर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। जनप्रतिनिधियों द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेख है कि जिले में पदस्थ नक्सल आपरेशन डीएसपी मिर्जा जियारत बेग ने पाइका खेल आयोजन के लिए जनपद उपाध्यक्ष हरनेक सिंह औजला से १० हजार रुपए का सहयोग मांगा। उक्त सहयोग राशि पुलिस विभाग में एक अन्य अधिकारी के माध्यम से प्रदान कर दी गई जिसे लेकर डीएसपी नाराज हो गया तथा देख लेने की धमकी भी दी। घटना के बाद से डीएसपी द्वारा जनपद उपाध्यक्ष के ढ़ाबे में जाकर लगातार उसे परेशान किया जा रहा था। आए दिन-रात में माकड़ी ढ़ाबा पहुंच वहां रूकने वाली बसों तथा अन्य वाहनों के ड्राइवरों तथा कंडेक्टरों के साथ मारपीट करते ग्रामीणों के साथ भी अभद्र व्यवहार किया जाने लगा। 
हाल ही में १० मार्च की रात ९ बजे उक्त अफसर माकड़ी पहुंचे तथा सड़क किनारे खड़ी बस के बुजुर्ग ड्राइवर के साथ मारपीट करते हुए धमकी दी की यहां कोई भी बस रोकेगा तो उसके हाथ पैर तोड़ दिया जाएगा। अधिकारी के कृत्यों से बसों के ड्राइवर, कंडेक्टर तथा ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। जनप्रतिनिधियों ने उक्त अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग पुलिस अधीक्षक से की। ज्ञापन सौंपने पंहुचे प्रतिनिधि मंडल में जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी, नगर पालिका अध्यक्ष पवन कौशिक, कांकेर चेंबर आफ कार्मस अध्यक्ष अशोक राठी, युवक कांग्रेस कांकेर विधानसभा अध्यक्ष नरेश ठाकुर, जनपद सदस्य तरेंद्र भंडारी, मंडी सदस्य नरोत्तम पटोडी, जनपद सदस्य राकेश साहु सहित बड़ी संख्या में गांव के लोग पहुंचे थे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें