मंगलवार, 1 मार्च 2011

किसान की आत्महत्या का मामला गर्माया



जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने पंखाजूर  के ग्राम पीवी ११४ पहुंच ४० वर्षीय किसान अधीर हालदार के पीडि़त परिवार से भेंट कर उनसे घटना की वास्तविक जानकारी ली। प्रतिनिधि मंडल ने किसान के पीडि़त परिवार को ढांढस बंधाते हुए किसान के क्रियाक्रम के लिए पांच हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान की। कमेटी ने परिवार को सांत्वना देते हुए कहा कि उन्हें आगे भी अर्थिक मदद की जाएगी।

पंखाजूर से लौटे कांग्रेस कमेटी ने मुख्यमंत्री के नाम पर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कांग्रेस ने मांग की है कि किसान अधीर हालदार का कर्ज माफ कर उसके परिवार को पांच लाख की आर्थिक सहायता प्रदान करें। प्रदेश सरकार किसान के परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी प्रदान करे। किसान को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले तहसीलदार के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की जाए। किसान के परिवार से मिलने विरेश ठाकुर, मंतु पवार, देवजीत कुंडु, अभिजित भट्टाचार्य बालाई बोस आदि पीवी ११४ पहुंचे थे। जिला कार्यालय में ज्ञापन सौंपने राजेश तिवारी, नपा अध्यक्ष पवन कौशिक, जितेंद्र सिंह ठाकुर, दिलीप खंटवानी, मनोज जैन, नरेश बिछिया, तरेंद्र भंडारी, इसहाक खान आदि उपस्थित थे। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पखांजूर तहसीलदार ने पेशी के दौरान दोनों किसानों को अपनी जमीन बेचकर कर्ज पटाने दबाव डाला था तथा कर्ज नहीं पटाने पर घर, जमीन कुर्क कर जेल भेजने की धमकी दी थी। इसी के चलते किसान अधीर हालदार ने आत्महत्या कर ली थी। किसान के पांच छोटे बच्चे है जिनके पालन पोषण की पूरी जिम्मेदारी मृतक की पत्नी सविता हालदार के ऊपर आ गई है। बैंक द्वारा जमीन कुर्क करने से मृतक की पत्नी व छोटे बच्चों के सामने भूखों मरने की स्थिति निर्मित हो जाएगी।

मुख्यमंत्री और तहसीलदार का पुतला फूंका

पखांजूर में युवा कांग्रेस सदस्यों ने मुख्य मार्ग में मुख्यमंत्री तथा तहसीलदार पखांजूर का पुतला जलाया। विधानसभा अंतागढ़ क्षेत्र के उपाध्यक्ष बलाई बोस ने बताया कि केंद्र की कांग्रेस सरकार द्वारा ऋण माफी योजना के तहत ७३ हजार करोड़ की ऋण माफ की गई थी किंतु इस किसान को इसका लाभ राज्य शासन द्वारा क्यों नहीं दिलवाया गया। पखांजूर तहसीलदार द्वारा किसान अधीर हालदार पर वसूली के लिए दबाव बनाया गया जिसके चलते किसान ने आत्महत्या कर ली। पेशी के दौरान तहसीलदार ने जबरन जमीन बेचने मजबूर किया था। किसान पहले ही ऋण अदा करने अपनी एक एकड़ जमीन बेच चुका था जिसके चलते परिवार का भरण पोषण करना उसके लिए कठिन हो रहा था। इन्ही सब कारणों से परेशान किसान ने मजबूर होकर आत्महत्या कर ली। युवा कांग्रेस ने स्थानीय अधिकारी पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज करने की मांग की। साथ ही किसान का ऋण माफी एवं बेवा को सहायता शासन द्वारा दी जाए। प्रदर्शन में आशीबाला, रथिन विश्वास, महितोष मजुमदार, तनु दास, मुकेश, विजय पाल, अशोक दास, पिंटु, सोनु, घनश्याम बेसरा, संजय मिस्त्री, अपल राव उपस्थित थे।

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