बुधवार, 16 मार्च 2011

प्रदेश सरकार प्राथमिक एवं माध्यमिक वर्ग के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही हैं

प्रदेश सरकार प्राथमिक एवं माध्यमिक वर्ग के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही हैं क्योंकि  कक्षा पांचवी एवं आठवी की बोर्ड परीक्षा पूर्व की भांति आयोजित की जानी है या स्कूल स्तर पर परीक्षाएं आयोजित की जायेगी, परीक्षा एवं मूल्यांकन का पैटर्न क्या होगा इस सम्बंध में राज्य सरकार के द्वारा किसी भी प्रकार के आदेश स्कूलों में प्रसारित नही किये गये हैं। जिसके कारण बच्चों एवं पालकों में असमंजस की स्थिति बनी हुई हैं। जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी ने कहा कि शिक्षा के प्रति राज्य सरकार कितनी गंभीर एवं सजग है यह इसी बात से जाहिर हो जाता है। प्राथमिक एवं माध्यमिक वर्ग की बोर्ड परीक्षा आयोजित करनी है कि नही इसके बारे में शिक्षा विभाग एक वर्ष से अनिर्णय की स्थिति में हंै। प्रदेश सरकार के द्वारा इस वर्ष इतने ज्यादा अवकाश घोषित किये गये है जिसके कारण किसी भी कक्षा के किसी भी विषय में कोर्स पूरा नही हो पाया हैं जिससे छात्र छात्राओं का काफी नुकसान हो चुका हैं। प्रदेश सरकार को शिक्षा के क्षेत्र में कोई भी नीतिगत निर्णय लेना है तो उसे एक वर्ष पूर्व घोषित किया जाना चाहिए। जिसके अनुरूप पाठ्यक्रम का निर्धारण हो सके एवं शैक्षणिक कलैडंर के अनुसार बच्चों की विषयवार पढ़ाई हो सके। राजेश तिवारी ने कहा पांचवी एवं आठवी कक्षा के लिए शिक्षा विभाग अचानक आदेश जारी कर कोई भी निर्णय लेगी तो प्रश्रपत्र एवं उत्तर पुस्तिकाओं की तैयारी समय पर कैसे हो पायेगी। इन कक्षाओं के लिए परीक्षा फीस भी स्कूलों के द्वारा नही ली गई हैं। अंतिम समय में आदेश आने पर जिला शिक्षा कार्यालय एवं संबंधित स्कूल अपनी तैयारी कैसे करपायेगें यह समझ से परे हैं। 

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