गुरुवार, 31 मार्च 2011

प्रदेश सरकार को बर्खास्त करने 3 अप्रैल को कांकेर में कांग्रेस का धरना


1 अप्रैल को रायपुर में प्रदेश स्तरीय प्रदर्शन में जिले के कांग्रेसी सम्मिलित होगे
कांकेर:- बस्तर संभाग में कानून का राज समाप्त हो गया है, और जंगलराज की स्थापना हो गई हैं। जिन पर सुरक्षा की जिम्मेदारी है वे ही आदिवासियों की हत्या कर उनके घरों को आग के हवाले कर रहे हैं। तालमेटला की घटना इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हैं। कोयलीबेड़ा के समस्त कार्यालय स्थानांतरित कर दिये गये हैं वहां सरकार नाम की चीज ही नही हैं। पूरे प्रदेश में आये दिन आपराधिक घटनाएं होने के कारण आम जनता का प्रदेश की सरकार से विश्वास उठ गया हैं। उक्त आरोप लगाते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में ऐसे हालात हो गये हैं कि प्रदेश को बचाने एवं कानून का राज स्थापित करने के लिए प्रदेश सरकार को बर्खास्त करना अपरिहार्य हो गया हैं। प्रदेश में कानून व्यवस्था की असफलता एवं प्रदेश सरकार को बर्खास्त करने की मांग को लेकर राजधानी रायपुर में 1 अप्रैल को प्रदेश स्तरीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया हैं। इस प्रदर्शन में भाग लेने के लिए जिले के कांग्रेस के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता रायपुर जायेगें। प्रदेश कांग्रेस के निर्देशानुसार रमन सरकार को बर्खास्त करने की मांग को लेकर 3 अप्रैल रविवार को जिला मुख्यालय कांकेर के पुराने बस स्टैंड में दोपहर 12 बजे से एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन जायेगा। श्री तिवारी कांग्रेस के समस्त पदाधिकारी, युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस, एनएसयूआई, सेवादल के पदाधिकारी, ब्लाक कांग्रेस के समस्त पदाधिकारी, पूर्व सांसद, विधायक एवं समस्त कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कार्यक्रम में उपस्थित होने की अपील की हैं। 

बिजली दफ्तर घेरकर किया प्रदर्शन

लो वोल्टेज से ग्रामीण हलाकान

कांकेर। कांकेर जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही विद्युत कटौती के विरोध में बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हाटकोंगेरा, माकड़ी, सुरेली, किशनपुरी आदि गांवों के किसानों के साथ मिल कर छग विद्युत मंडल के अधीक्षण यंत्री के कार्यालय के समक्ष जमकर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। जिला कांग्रेस कमेटी ने अपने ज्ञापन में उल्लेख किया है कि कांकेर जिले के अधिकांश गांवों में लो-वोल्टेज एवं विद्युत कटौती लगातार होने के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो रही है। किसान कर्ज लेकर फसल लगाने का काम करता है, फसल बर्बाद होने से उन किसानों के सामने कर्ज पटाने की समस्या आती है। जिसके कारण कई किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं। किसानों एवं ग्रामीणों के द्वारा लगातार शिकायतें की जा रही है। कि उनके गांवों में कई-कई दिन बिजली गुल रहती हैं और बिजली आती है भी तो वोल्टेज इतना कम रहता है कि मोटर पंप चलते ही नहीं। जिसके कारण वे अपने खेतों में सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। अनेकों ग्राम के ग्रामवासी विद्युत मंडल के कार्यालय में आकर प्रदर्शन कर अपनी समस्या से अवगत भी कराते आ रहे हैं। उसके बावजूद भी अधिकांश गांव की समस्या का जस की तस बनी हुई है और विभागीय अधिकारी इस समस्या की ओर आंखमुंदे लापरवाही का रूख अख्तियार किए हुए हैं। विभाग के द्वारा समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस पहल भी नहीं की जा रही हैं। विभाग के द्वारा घटिया ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं जो अक्सर खराब हो जाते हैं, जिसके कारण भी समस्या विकराल रूप लेते जा रही हैं। कांग्रेस नेताओं को अधीक्षण यंत्री श्री भारतीय ने आश्वस्त किया कि वे वे इस समस्या के निराकरण के लिए त्वरित कार्यवाही करेंगे। उन्होंने तत्काल अपने मातहत अधिकारियों को निर्देश देकर किसानों एवं कांग्रेस नेताओं के द्वारा बताये गए गांवों की समस्या के निराकरण करने के निर्देश दिए। जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी ने चेतावनी देते हुए कहा कि विभाग के द्वारा लो-वोल्टेज एवं विद्युत कटौती की समस्या से तत्काल निजात दिलाने के लिए ठोस उपाय किए जाये। अन्यथा जिला कांग्रेस कमेटी आपके विभाग के विरूद्घ किसानों एवं ग्रामीणों के साथ मिल कर उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगी। इस अवसर पर पूर्व विधायक शिव नेताम, नगर पालिका अध्यक्ष पवन कौशिक, उपाध्यक्ष मनोज जैन, जितेन्द्र सिंह ठाकुर, दिलीप खटवानी, आशीष दत्ताराय, ब्लाक कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष नरोत्तम पटेल, शहर कांग्रेस अध्यक्ष नरेश बिछिया, पार्षद यासीन कराणी, विजय यादव, जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष हरनेक सिंह, जनपद सदस्य तरेन्द्र भंडार, रोमनाथ जैन, महेन्द्र यादव, ईसहाक अहमद, अजय सिंह, ग्राम सुरेली, हाटकोंगेरा, किशनपुरी के किसान काफी संख्या में शामिल थे।

बुधवार, 30 मार्च 2011

कांग्रेस की बैठक में एकजूटता का आव्हान


संगठन सर्वोपरि, संगठन से बड़ा कोई नही - तिवारी

कांकेर:- ब्लाक कांग्रेस कमेटी कांकेर ग्रामीण की ग्राम माकड़ी में आयोजित बैठक में संगठन को मजबूज करने कांकेर ब्लाक को 16 सेक्टर में विभाजीत कर पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई। साथ ही केन्द्र सरकार की योजनाओं की निगरानी करने हेतु गठित कमेटी को दौरा कर जानकारी पे्रषित करने के निर्देश दिये गये। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष राजेश तिवारी ने कार्यकताओं को संबोधित करते हुए कहा संगठन की ताकत बड़ी ताकत होती है और संगठन से बड़ा कोई नही होता। इसलिए हम सब आपसी मतभेदों को भूलाते हुए संगठन की मजबूती के लिए कार्य करें। जिस क्षेत्र या गांव में आप रहते हैं वहां की जिम्मेदारी लेकर कार्यकर्ता काम करे तो संगठन मजबूत ही होगा।  इसी क्रम में बुथवार कार्यकताओं को जिम्मेदारी सौपी गई। वहीं राज्य सरकार के भ्रष्ट नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने में हेतु एकजुट होने का आव्हॉन किया गया। केन्द्र सरकार की संचालित योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुचाने एवं उनका प्रचार-प्रसार करने पर विशेष जोर बैठक में कार्यकर्ताओं को दिया गया। सभी कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए एवं क्षेत्र में गहराते विद्युत संकट पर गहन चिन्तन मनन किए और राज्य सरकार की अदुरदॢशता का परिणाम निरूपित करते हुए राज्य सरकार को इसके लिए दोषी ठहराया। क्षेत्र में आये दिन बिजली बंद एवं वोल्टेज की समस्या को लेकर विद्युत मंडल के विरोध में प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया।  बैठक में मुख्य रूप से जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी, पूर्व मंत्री शिव नेताम, जितेन्द्र सिंह ठाकुर, मनोज जैन, शहर अध्यक्ष नरेश बिछिया, ब्लाक अध्यक्ष नरोतम पटेल, जनपद उपाध्यक्ष हरनेक सिंह औजला,तरेन्द्र भंडारी, राकेश साहू, महेन्द्र यादव, रोमनाथ जैन, आशीष दत्ताराय, मुन्ना कुलदीप ,अजय यादव, जगन कुमार, अनिल जैन, पद्मा चन्द्राकर, स्वर्णलता सिंह, राजेश शर्मा ,संजय, मानसिंग, बृजलाल, रघुनाथ शोरी, शिवलाल मंडावी ,प्यार सिंह मंडावी, अनिता मंडावी, रामनंदन सिन्हा, जंगलसिंह, देवेन्द्र शर्मा, कुंवर सिंग शोरी, बुधियार बारला, गिरवर साहू, हेमलाल शोरी, चद्रकांत धु्रवा, माया कावड़े आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।


मंगलवार, 29 मार्च 2011

कोयलीबेड़ा में कांग्रेस का प्रदर्शन



कांकेर :- धूर नक्सल प्रभावित क्षेत्र कोयलीबेड़ा में युवा कांग्रेस के तत्वाधान में जनपद पंचायत कार्यालय सहित अन्य कार्यालय कोयलीबेड़ा में पुन: प्रारंभ करने एवं तेन्दुपत्ता की मजदूरी 200 रू. करने सहित 15 सूत्रिय मांगों को लेकर मुख्यमार्ग में रैली निकाल कर कांग्रेसियों ने प्रदर्शन किया। रैली के पश्चात आयोजित सभा को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने घोषणा की थी कोयलीबेड़ा में जनपद कार्यालय तीन दिन लगाया जाये किन्तु उनके आदेश का पालन अभी तक नही किया जा रहा हैं। यहां से सभी कार्यालय अन्यत्र स्थानांतरित कर दिये गये हैं। जिसके कारण यहां के आदिवासियों को काफी परेशानी हो रही हैं। इसलिए पखांजूर एवं कोयलीबेड़ा ब्लाक को पृथक कर दोनो को अलग अलग ब्लाक का दर्जा प्रदान करना चाहिए। श्री तिवारी ने कहा कि कोयलीबेड़ा ब्लाक में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार हो रहा हैं, जितनी राशि इस ब्लाक के लिए स्वीकृत की गई है अगर उसे प्रत्येक परिवार को बांट दिया जाता तो वे लखपति हो जाते। यहां के आदिवासियों को नक्सली के नाम से प्रताडि़त किया जा रहा हैं। सभा को जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष भुनेश्वर नाग, मानक दरपट्टी, रत्तीराम दुगा, धन्नूराम, मुनीर अहमद ने भी संबोधित किया। 
रैली एवं सभा के पश्चात महामहिम राज्यपाल के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें उल्लेख किया गया है कि जनपद पंचायत, खंड शिक्षा अधिकारी एवं महिला बाल विकास कार्यालय तत्काल प्रारंभ किये जावे, एकीकृत एक्शन प्लान के तहत राशि स्वीकृत करने, मेढक़ी नदी में एनीकट निर्माण, विद्युत पावर स्टेशन, दूर संचार टावर प्रांरभ करने, स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार प्रदान करने, स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सक की व्यवस्था, शाला एवं छात्रावास में चारदीवारी निमार्ण, तेन्दुपत्ता की मजदूरी दर 200 रू. करने, रावघाट परियोजना में यहां के लोगों को नौकरी प्रदान करने, चारगांव लौह अयस्य परियोजना की 75 प्रतिशत रायल्टी यहां के विकास के लिए खर्च करने, अंतागढ़ कोयलीबेड़ा मार्ग की मरम्मत कर नया सडक़ निर्माण करने एवं एकलव्य आदर्श विद्यालय कोयलीबेड़ा में खोले जाने की मांग की गई हैं। रैली में काफी संख्या में महिला पुरूष एवं युवा वर्ग के लोग सम्मिलित थे। 







रविवार, 27 मार्च 2011

कर वृद्धि से आक्रोषित नागरिकों ने स्वस्फूर्त बंद को सफल बनाया

कांकेर :- जिला कांग्रेस कमेटी ने नगरीय क्षेत्र में समेकित एवं पेयजल में की गई तीन गुना कर वृद्धि को वापस लेने की मांग को लेकर आज बंद का आव्हान किया था। नगर के व्यापारियों ने स्वस्फूर्त अपनी प्रतिष्ठानें बंद रख कर अपना समर्थन व्यक्त किया। कांकेर सहित जिले के ब्लाक मुख्यालयों में चारामा, नरहरपुर, अंतागढ़ व भानुप्रतापपुर नगर भी कर वृद्धि के विरोध में पूर्णत: बंद रहे।

कांकेर शहर के व्यापारी एवं नागरिकों ने संपत्तिकर, समेकित कर एवं पेयजल के टैक्स में कई गुना वृद्धि किये जाने से अपने आक्रोष का इजहार करते हुए अपनी व्यापारिक प्रतिष्ठानें स्वस्फूर्त बंद रखी। हालाकि कांग्रेस के नेता बंद को सफल बनाने के लिए सुबह से ही पैदल एवं मोटर सायकल से मुख्य सडक़ में निकल आये थे, किन्तु उन्हे बंद के लिए ज्यादा मशक्कत नही करनी पड़ी। कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकाने खुली रखी थी उनको बंद का कारण बताने पर अपनी दुकाने तत्काल बंद कर दी। बंद को सफल बनाने में जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी, पूर्व मंत्री शिव नेताम, नगर पालिका अध्यक्ष पवन कौशिक, उपाध्यक्ष मनोज जैन, जितेद्र सिंह ठाकुर, दिलीप खटवानी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष नरेश बिछिया, ग्रामीण अध्यक्ष नरोत्तम पटेल, पार्षद यासीन कराणी, आलोक श्रीवास्तव, रमेश गौतम, कृष्णकुमार अत्री, विजय यादव, ओम प्रकाश गिड़लानी, महिला कांग्रेस अध्यक्ष स्वर्णलता सिंह, वरलक्ष्मी ब्रम्हम, सुशीला देव, ज्योति साहू, पूजा बोरकर, रोशन आरा, ईसाक अहमद, विष्णु चौरसिया, राजेश शर्मा, लक्ष्मणपुरी गोस्वामी, सुरेश सोनी, अजय सिंह रेणु, श्यामल दत्तराय आदि कांग्रेस कार्यकर्ता सक्रिय रहे।
जनता से पैसे वसूल अध्यक्ष एवं पार्षदों का मानदेय व भत्ता बढ़ाना निंदनीय : तिवारी
जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी ने बंद को सफल बनाने के लिए व्यापारियों एवं नागरिकों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार एक ओर गरीब एवं मध्यम वर्ग के नागरिकों पर टैक्स का बोझ बढ़ा कर उनका जीना मुहाल कर रही हैं, और दूसरी ओर गरीब जनता से पैसे वसूल कर नगरीय निकाय के अध्यक्ष एवं पार्षदों के मानदेय में कई गुना वृद्धि कर गरीबों का मजाक उड़ाने का काम कर रही हैं। प्रदेश सरकार के इस निर्णय की जितनी भी निंदा की जाय वह कम हैं। गरीब जनता के खून पसीने की कमाई को वसूल कर जन प्रतिनिधियों की सुविधा में वृद्धि करना नाजायाज हैं। अगर प्रदेश सरकार के पास अपनी जनता को पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए पैसे नही है तो फिर जनप्रतिनिधियों के वेतन भत्ता बढ़ाने के लिए कहां से पैसे आ गये। यह निर्णय रमन सरकार की गरीब विरोधी मानसिकता को उजागर करता हैं।



शनिवार, 26 मार्च 2011

टैक्स में बढ़ोतरी के खिलाफ कांग्रेस का आज कांकेर बंद

बंद को सफल बनाने सहयोग की अपील करते कांग्रेसी

कांकेर। राज्य सरकार के द्वारा शहरी क्षेत्र में समेकित एवं पेयजल में की गई, मनमानी कर वृद्घि को वापस लेने की मांग को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी कांकेर के द्वारा २६ मार्च को आयोजित जिला बंद के तहत कांकेर शहर बंद रखने का आव्हान व्यापारियों एवं नागरिकों से कांग्रेस नेताओं ने की है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी ने व्यापारी बंधुओं से अपील करते हुए कहा कि सरकार के टैक्स वृद्घि के निर्णय का पूरे प्रदेश में विरोध हो रहा है। विरोध में एक दिन अपनी व्यापारिक प्रतिष्ठानें स्वेच्छापूर्वक बंद रख अपना विरोध प्रदर्शित करें ताकि सरकार अपने निर्णय को वापस ले, दुकाने खुला रखने पर प्रदेश सरकार उसे टैक्स वृद्घि का समर्थन मानेगी। श्री तिवारी ने कहा कि महानगर, शहर एवं छोटे कस्बों में एक बराबर कर लगाना अनुचित हैं। प्रत्येक परिवार का संपत्ति कर का दायरा अलग-अलग है। उसी प्रकार पेय जल का उपयोग भी परिवार की सदस्य संख्या के अनुपात में होता हैं। सरकार के आदेशानुसार छोटे एवं बड़े परिवार के नल कनेक्शनधारी जो वर्तमान में कांकेर में ५५ रूपए जल कर दे रहे हैं। उन्हें अब १८० रूपए मासिक देना होगा, चाहे वह एक बाल्टी पानी का उपयोग करें या हजारों लीटर पानी का उपयोग करें। वैसे भी टैक्स वृद्घि का निर्णय परिषद को लेना है। राज्य सरकार को नहीं। राज्य सरकार स्थानीय निकायों के अधिकारों में हस्तक्षेप करते हुए अपने निर्णय को जबरन लादने का काम कर रही हैं। नगर पालिका एवं नगर पंचायत के द्वारा प्रस्ताव पारित कर टैक्स वृद्घि का विरोध किया गया हैं। प्रदेश सरकार के नगरीय निकाय मंत्री वसूली के लिए कर्मचारियों के उपर दबाव डाल कर जबरन टैक्स वसूली करवा रहे हैं। बिजली की दरों में भी मनमाना वृद्घि के प्रस्ताव का भी कांग्रेस विरोध करती हैं। श्री तिवारी ने जिले के समस्त व्यापारी भाईयों एवं नागरिकों से एक दिन अपनी व्यापारिक प्रतिष्ठाने बंद रखने की अपील की है।

रंगपंचमी पर महामूर्ख सम्मेलन की रही धूम


कलेक्टर को महामूर्ख की उपाधि 


कांकेर। शहर के पुराना बस स्टैण्ड में महामूर्ख सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिससे शहर के गणमान्य लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम का आरंभ कार्यक्रम में आए अतिथियों के स्वागत से हुआ। इसके बाद कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने अपने अनुभव वहां उपस्थित दर्शक को बताया। कार्यक्रम के दौरान रंग गुलाल उड़ते रहे। कार्यक्रम में आए अतिथियों तथा दर्शकों के लिए मांग की व्यवस्था की गई थी। 

अतिथियों व दर्शकगणों ने जमकर मांग का मजा लिया। महामूर्ख सम्मेलन में महामूर्ख का खिताब पाने के लिए प्रतिभागियों में होड़ लगी रही। सभी अपने-अपने चुटकुले, हास्य घटनाएं एवं व्यंगों से दर्शकों को हंसाते व गुदगुदाते रहे। दर्शक भी कार्यक्रम का लुप्त उठाते नजर आए कार्यक्रम में आए कवियों ने अपनी कविताएं सुनाई। वहीं कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने भी महामूर्ख सम्मेलन में शिरकत करते हुए अपने साथ घटित ऐसी सच्ची-झूठी घटनाओं को बताते नजर आए। बड़ी संख्या में उपस्थित होकर लोगों ने इसका लुप्त उठाया। बीच-बीच में डीजे की धुन ने लोग रंग गुलाल उठाते व फिल्मी गानों की धुन में शिरकते नजर आए। कार्यक्रम में मंच संचालन पत्रकार राजेश शुक्ला व संदीप चौबे ने किया। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण केबल के माध्यम से पूरे शहर में प्रसारित किया गया। जिससे घर बैठे लोगों ने भी इसका मजा लिया। कार्यक्रम की समाप्ति से पूर्व जजों द्वारा मूर्खो का नाम घोषित किया गया। जिसमें जिले के कलेक्टर निर्मल खाखा का महामूर्ख की उपाधी दी। साथ ही उन्हें सब्जियों की माला पहनाई गई, साथ ही कांकेर जिले के एसपी राहुल भगत व जिला पंचायत सीईओ एस भारती दासन को मूर्ख की उपाधी दी गई। 

बुधवार, 23 मार्च 2011

आज रंग पंचमी मे महामूर्ख सम्मेलन का आयोजन


आमंत्रण

अंग अंग में रंग लगाएं ,
आओ आपस में दिल मिलाएं ।
जहां हास्य व्यंग्य और परिहास से बिखरेगें रंग सूर्ख,
रंग पंचमी पर जहां जुटेगें शहर के महामूर्ख ।
मनाएं मिल कर रंगोत्सव का त्यौहार,
मूर्खों के सम्मेलन में मिलेगा मूर्खाधिराज का उपहार ।
रंगोत्सव के अवसर पर हम देते हैं आप को आमंत्रण,
कटुता मिटाने प्यार बांटने, स्वीकार करें आप हमारा निमंत्रण ।।
आयोजक 
मूर्खों की मंडली
कांकेर
फाग गीत, रेन डांस व कविता की होगी फुहार
कार्यक्रम का होगा सीधा प्रसारण
कांकेर:- रियासत काल से कांकेर जिला मुख्यालय में होली से ज्यादा रंग पंचमी बड़े ही धूमधाम से मनाने की परंपरा रही हैं। रंगोत्सव आयोजन समिति के द्वारा विगत पांच वर्षों से रंग पंचमी के अवसर पर होली मिलन समारोह के साथ अनेक मनोरंजक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं। इस कार्यक्रम का शहरवासी पूरे वर्ष बेसब्री से इंतजार करते हैं। रंग पंचमी के त्यौहार को सभी धर्मों को मानने वाले व सभी राजनैतिक दल के लोग एक साथ इस त्यौहार को सदभावनापूर्वक मनाते हैं तथा जिले के शासकीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि पत्रकार एवं गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में सम्मिलित होते हैं। रंगोत्सव आयोजन समिति के द्वारा इस वर्ष भी स्थानीय पुराने बस स्टैंड में 24 मार्च को प्रात: 10 बजे से रंगपंचमी के दिन अनेक कार्यक्रम रखे गये है जिसमें मुख्य आकर्षण हैं महामूर्ख सम्मेलन, रेन डांस, फाग गीत एवं कविता की फुहार। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए राजेश तिवारी, भरत मटियारा, संदीप चौबे, पवन कौशिक, जितेन्द्र सिंह ठाकुर, अशोक बलेचा, राजीव लोचन सिंह, मनोज जैन, दिलीप खटवानी, गोपाल शर्मा, राजेश शर्मा, अरूण कौशिक, राजकुमार फव्यानी, राजा देवनानी, शंकर आहूजा, ओमप्रकाश गिड़लानी, राकेश शुक्ला, गौतम सरकार, अमित चौबे, महिपाल मेहरा, आशोक राठी, नरेश बिछिया, राजेश शर्मा दीनू मंगलानी, चित्रसेन गिरी, दिलीप हिरदानी आदि के द्वारा जोरशोर से तैयारी की जा रही हैं। समस्त कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण केबल आपरेटर एशोसियेशन के द्वारा किया जायेगा। 

शुक्रवार, 18 मार्च 2011

कर वृद्धि के विरोध में 26 मार्च को कांकेर जिला बंद का आयोजन


उच्च न्यायालय के आदेश का हो रहा उल्लंघन: तिवारी

कांकेर :- राज्य सरकार ने नगर पालिका एवं नगर पंचायत में निवासरत संपत्ति करदाता एवं गरीबी रेखा के अन्तर्गत जीवन यापन करने वाले परिवारों के ऊपर बोझ डालते हुए समेकित एवं जलकर में बेतहाशा वृद्धि कर दी गई हैं। साथ ही बिजली के दरों में भी कई गुना वृद्धि प्रस्तावित कर दी गई हैं। जिसके विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी के द्वारा 26 मार्च शनिवार को कांकेर जिला बंद करने का निर्णय लिया हैं। 
जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी ने कहा कि राज्य सरकार स्थानीय निकायों के अधिकारों में हस्तक्षेप करते हुए अपने निर्णय को जबरन लादने का काम कर रही हैं, नगर पालिका एवं नगर पंचायतों के द्वारा राज्य सरकार के इस निर्णय का सर्वत्र विरोध किया जा रहा हैं। बावजूद इसके कर्मचारियों के ऊपर दबाव डाल कर करों की वसूली की जा रही हैं। माननीय छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने बीरगांव नगर पालिका के कर वृद्धि के निर्णय में रोक लगाते हुए आदेशित भी किया है कि स्थानीय निकाय कर वृद्धि से पूर्व टैक्स बढ़ाने की अधिसूचना अखबारों में प्रकाशित करायेगी। इस पर आपत्ति मंगवाने और उनका निराकरण करने के बाद ही इस पर कोई कार्यवाही करनी चाहिए। अधिनियम के तहत नगर पालिका को घर घर जाकर राय भी लेनी पड़ेगी। किन्तु राज्य सरकार के द्वारा नगर पालिका एवं नगर पंचायतों के सीएमओ को सीधे आदेशित कर कर वसूली के लिए कर्मचारियों के ऊपर दबाव डाल कर टैक्स वसूली की जा रही हैं। कांकेर नगर पालिका ने तो समेकित एवं जलकर वृद्धि ना करने का प्रस्ताव भी पारित किया हैं। अधिकारी एवं कर्मचारियों के द्वारा पूरी प्रक्रिया का पालन किये बिना टैक्स वसूली करना सीधे सीधे माननीय हाई कोर्ट के आदेश का उल्लंघन हैं। श्री तिवारी ने कहा कि सरकार के इस हिटलरशाही रवैये के विरोध में 26 मार्च को कांकेर जिला बंद का निर्णय लिया गया हैं, साथ ही कानूनविदों से परामर्श कर नगर पालिका सीएमओ के विरूद्ध उच्च न्यायालय में इस कार्यवाही के विरोध में याचिका भी दायर की जायेगी। 

बुधवार, 16 मार्च 2011

भाजपा शासन काल में प्रदेश में हो रहे किसानों की आत्महत्या का मामला आज विधानसभा में गूंजा



रायपुर !     भाजपा शासन काल में प्रदेश में हो रहे किसानों की आत्महत्या का मामला आज विधानसभा में गूंजा। विपक्षी दल कांग्रेस ने काम रोको प्रस्ताव के तहत यह मामला उठाते हुए इस पर चर्चा कराए जाने की मांग की। अध्यक्ष धरमलाल कौशिक द्वारा स्थगन प्रस्ताव मंजूर नहीं किए जाने पर जमकर हंगामा व नारेबाजी की गई। जिसके कारण सदन की कार्रवाई बाधित रही। विपक्ष अपनी मांग पर अड़ा रहा जिसके चलते श्री कौशिक ने सदन की कार्रवाई १० मिनट के लिए स्थगित कर दी।  बाद में संसदीय कार्यमंत्री ने प्रभावित दोनो किसान के परिजनों को १-१ लाख मुआवजा देने की घोषणा की। 
प्रश्नकाल के तुरंत बाद कांग्रेस सदस्य नंदकुमार पटेल ने यह मामला उठाया। देवभोग का किसान नागेन्द्र नाथ तथा बस्तर के किसान जागेश्वर धु्रव ने आत्महत्या की है। प्रदेश के किसान आत्महत्या कर रहे हैं। एक किसान की मृत्यु के बाद दो मंत्री उनके परिजनों से मिलने भी गए थे। बस्तर में ग्रामीण विकास बैंक का कर्ज अदा नहीं कर पाने के कारण किसान ने आत्महत्या की है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक डॉ. रमन सिंह के मुख्यमंत्री बनने के बाद से अब तक ९ हजार ४८९ किसान आत्महत्या कर चुके हैं। आत्महत्या के प्रकरण का जो राष्ट्रीय अभिलेख जारी हुआ है उसमे दर्ज है। श्री पटेल ने कहा देवभोग का किसान कर्ज पटा दिया था इसके बाद भी ग्रामीण विकास बैंक के प्रबंधक ने धमकी दी थी इसलिए उसने आत्महत्या कर ली। श्री पटेल अन्य काम रोक इस पर चर्चा कराए जाने की मांग की। सदस्य मो. अकबर ने कहा कि उद्योगपतियों व्यापारियों पर करोड़ों रुपए बिजली बिल बकाया है सरकार उनकी बिजली क्यो नहीं काटती। लेकिन  ३२ हजार का कर्ज अदा नहीं करने पर तहसीलदार किसान को धमकाता है। जिसके कारण दबाव में आकर किसान ने आत्महत्या की है। कानून केवल किसानों के लिए हैं उन्होंने दोषी अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की। उन्होंने कहा उद्योगों पर करोड़ों का बकाया है। लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती। उन्होंने कहा कि जिस तहसीलदार के दबाव के कारण किसान ने आत्महत्या की है उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा 
कि प्रतिदिन तीन-चार किसान आत्महत्या कर रहे हैं। कांग्रेस सदस्यों ने एक साथ खडे होकर इस मामले में सरकार की तरफ से जवाब मांगा। नेता प्रतिपक्ष रविन्द्र चौबे ने कहा कि विपक्ष ने इस मामले में स्थगन दिया है। उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों को जमीन जंगल दे रहे हैं। 

अंतत: कांग्रेस के सामने राज्य सरकार को झूकना पड़ा : तिवारी

पीव्ही 114 के आत्महत्या करने वाले किसान परिवार को एक लाख की सहायता देने करनी पड़ी घोषणा

कांकेर:- राज्य सरकार को विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के सामने झूकना पड़ा और कांकेर जिले के परलकोट क्षेत्र के ग्राम पीव्ही 114 के आत्महत्या करने वाले किसान अधीर हालदार के परिवार को एक लाख रूपये की आर्थिक मदद करने की घोषणा करनी पड़ी। विधायक दल के द्वारा किसानों को कर्ज वसूली के लिए धमकाने वाले तहसीलदार के विरूद्ध कार्यवाही करने की भी मांग राज्य सरकार से विधानसभा में की हैं।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी ने कहा कि राज्य में 9489 किसान आत्महत्या कर चुके हैं किन्तु राज्य सरकार की ओर से उन्हे किसी भी प्रकार की सहायता प्रदान नही की गई। जिला कांग्रेस कमेटी के द्वारा किसान परिवार के लिए आन्दोलन नही किया जाता तो दो किसानों को राज्य सरकार की ओर से एक एक लाख रू. की सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की गई वह सहायता प्रदान नही किया जाता। श्री तिवारी ने कहा कि प्रदेश सरकार की नीतियों के कारण किसान काफी परेशान हैं। एक ओर मुख्यमंत्री किसानों को ब्याज पर छूट प्रदान करने की घोषणा करते हुए कृषि ऋण पर 3 प्रतिशत ब्याज लेने का वायदा करते हैं तो दूसरी ओर उसके उलट बैंक 14 प्रतिशत की दर से ब्याज की वसूली करने में लगी हैं। किसान बिजली की समस्या से भी त्रस्त हो चुके हैं। अचानक बिजली कटौती की जा रही है तो कहीं लो वोल्टेज की समस्या से किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं। किन्तु राज्य सरकार इस दिशा में कुछ भी कार्यवही नही कर रही हैं।


विवादों का पर्याय बने मिर्जा जियारत बेग



कांकेर:  पाइका खेल के नाम पर जिले में एक पुलिस अफसर के खिलाफ जमकर अवैध वसूली करने की लिखित शिकायत सोमवार को शहर के जनप्रतिनिधियों ने पुलिस अधीक्षक से की। इसके पूर्व भी उक्त अधिकारी द्वारा पाइका खेल के नाम पर अवैध वसूली तथा शासन से मिली राशि में फर्जीवाड़ा की शिकायतें लगातार मिल रही थी लेकिन पुलिसिया दबाव के कारण कोई मुंह खोलना नहीं चाहता था। उक्त अधिकारी द्वारा जब पैसे नहीं दिए जाने पर सरेआम मारपीट की जाने लगी तब शहर के जनप्रतिनिधियों ने मोर्चा खोलते हुए आज पुलिस अधीक्षक से शिकायत करते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की। जनप्रतिनिधियों ने कहा की अगर शीघ्र ही उक्त वसूलीबाज अफसर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। जनप्रतिनिधियों द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेख है कि जिले में पदस्थ नक्सल आपरेशन डीएसपी मिर्जा जियारत बेग ने पाइका खेल आयोजन के लिए जनपद उपाध्यक्ष हरनेक सिंह औजला से १० हजार रुपए का सहयोग मांगा। उक्त सहयोग राशि पुलिस विभाग में एक अन्य अधिकारी के माध्यम से प्रदान कर दी गई जिसे लेकर डीएसपी नाराज हो गया तथा देख लेने की धमकी भी दी। घटना के बाद से डीएसपी द्वारा जनपद उपाध्यक्ष के ढ़ाबे में जाकर लगातार उसे परेशान किया जा रहा था। आए दिन-रात में माकड़ी ढ़ाबा पहुंच वहां रूकने वाली बसों तथा अन्य वाहनों के ड्राइवरों तथा कंडेक्टरों के साथ मारपीट करते ग्रामीणों के साथ भी अभद्र व्यवहार किया जाने लगा। 
हाल ही में १० मार्च की रात ९ बजे उक्त अफसर माकड़ी पहुंचे तथा सड़क किनारे खड़ी बस के बुजुर्ग ड्राइवर के साथ मारपीट करते हुए धमकी दी की यहां कोई भी बस रोकेगा तो उसके हाथ पैर तोड़ दिया जाएगा। अधिकारी के कृत्यों से बसों के ड्राइवर, कंडेक्टर तथा ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। जनप्रतिनिधियों ने उक्त अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग पुलिस अधीक्षक से की। ज्ञापन सौंपने पंहुचे प्रतिनिधि मंडल में जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी, नगर पालिका अध्यक्ष पवन कौशिक, कांकेर चेंबर आफ कार्मस अध्यक्ष अशोक राठी, युवक कांग्रेस कांकेर विधानसभा अध्यक्ष नरेश ठाकुर, जनपद सदस्य तरेंद्र भंडारी, मंडी सदस्य नरोत्तम पटोडी, जनपद सदस्य राकेश साहु सहित बड़ी संख्या में गांव के लोग पहुंचे थे।

सूखी महानदी में पानी छोडऩे की मांग


महानदी तट पर बसे गांव से बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर की दुधावा बांध से पानी छोडऩे की मांग। महानदी सूखने से पशु पक्षियों को भी भटकना पड़ रहा पानी के लिए।


भास्कर न्यूज; कांकेर
महानदी किनारे बसे गांव गर्मियों में जल समस्या से जूझ रहे है। पेयजल समस्या से जूझ रहे महानदी तट पर बसे १० गांव के ७५ ग्रामीणों ने दुधावा बांध से पानी छोडऩे की मांग को लेकर जिला कार्यालय पहुंचे और जिला प्रशासन को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने बताया कि हर वर्ष गर्मियों में दुधावा बांध से पानी छोड़ा जाता था लेकिन इस वर्ष पानी नहीं छोड़ा गया है जबकि गतवर्ष बारिश जमकर हुई है। 
पिछले महीने भर से महानदी पूरी तरह से सुख गई है तथा निस्तारी के लिए ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। महानदी सूखने से पशु-पक्षियों को पानी के लिए अब भटकना पड़ रहा है। आगे जब गर्मी और तेज होगी तो समस्या और गहराएगी। समस्या को समझते हुए दुधावा बांध से पानी छुड़वाने की व्यवस्था करने की मांग की गई है। ग्रामीणों ने कहा कि महानदी में सूखा पडऩे का प्रभाव त्यौहारों पर भी पडऩे लगा है। माधी पूर्णिमा पर्व और महाशिवरात्रि पर इन गांवों के महानदी तट पर मेला लगता है। सुबह के समय ग्रामीण नदी में पवित्र जल में स्नान करते है। नदी सुखी होने से ग्रामीण स्नान करने इस बार से पूरी तरह से वंचित रहे।ग्रामीणों के सर्मथन में जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी भी कलेक्ट्रेट पहुंचे तथा संबंधित अधिकारियों को दुधावा बांध से पानी छुड़वाने के लिए पहल करने की मांग की। गांव से हाराडुला के रूखमसिंह साहू, बालाराम साहू, दरबारी राम, रतिराम नेताम, झाडुऱाम रंगारे, सुथराम सिन्हा, मकुंदराम, देवदत्त राम, राधेश्याम, अशोक कुमार, ढालेश्श्वर, शालिकराम, टांहकापार के कुबेर साहू, अनिल साहू, राधेश्याम मंडावी, जगतराम मंडावी, चहहास मंडावी, किरण मंडावी, गिरधर डड़सेना, पुनेसिंग मंडावी। करिहा से रमणीक मंडावी, अर्जुन कश्यप, सुरेश गावड़े, जानसिंग गावड़े, धनेश मंडावी, शंकर मंडावी, अनिल, भुईगांव से संजय साहू, शारदा मरकाम, आनंद नेताम, प्रीत नेताम, दिलराखन, सुरजराम, तुलसीराम नेताम, गंगाराम उइके, प्रीतराम नेताम, सुरेश कुमार वर्मा, वेदराम साहू, अरौद से तुलसीराम, रायस जीवन, वेदराम साहू, सुहेर उइके, सुकेश वर्मा, नवागांव से पीलाराम निषाद, खेलावन निषाद, कृपाराम, संत कुमार, उमा शंकर, जितेंद्र, रमन ङ्क्षसह, अनिल राय, तामेश्वर, लखन, आयोध्या प्रसाद। खरथा मुरलीराम, मिथलेश, मिलापराम, कमलेश, इंद्रेश कुमार, रामसजीवन आदि पहुंचे थे।

प्रदेश सरकार प्राथमिक एवं माध्यमिक वर्ग के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही हैं

प्रदेश सरकार प्राथमिक एवं माध्यमिक वर्ग के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही हैं क्योंकि  कक्षा पांचवी एवं आठवी की बोर्ड परीक्षा पूर्व की भांति आयोजित की जानी है या स्कूल स्तर पर परीक्षाएं आयोजित की जायेगी, परीक्षा एवं मूल्यांकन का पैटर्न क्या होगा इस सम्बंध में राज्य सरकार के द्वारा किसी भी प्रकार के आदेश स्कूलों में प्रसारित नही किये गये हैं। जिसके कारण बच्चों एवं पालकों में असमंजस की स्थिति बनी हुई हैं। जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी ने कहा कि शिक्षा के प्रति राज्य सरकार कितनी गंभीर एवं सजग है यह इसी बात से जाहिर हो जाता है। प्राथमिक एवं माध्यमिक वर्ग की बोर्ड परीक्षा आयोजित करनी है कि नही इसके बारे में शिक्षा विभाग एक वर्ष से अनिर्णय की स्थिति में हंै। प्रदेश सरकार के द्वारा इस वर्ष इतने ज्यादा अवकाश घोषित किये गये है जिसके कारण किसी भी कक्षा के किसी भी विषय में कोर्स पूरा नही हो पाया हैं जिससे छात्र छात्राओं का काफी नुकसान हो चुका हैं। प्रदेश सरकार को शिक्षा के क्षेत्र में कोई भी नीतिगत निर्णय लेना है तो उसे एक वर्ष पूर्व घोषित किया जाना चाहिए। जिसके अनुरूप पाठ्यक्रम का निर्धारण हो सके एवं शैक्षणिक कलैडंर के अनुसार बच्चों की विषयवार पढ़ाई हो सके। राजेश तिवारी ने कहा पांचवी एवं आठवी कक्षा के लिए शिक्षा विभाग अचानक आदेश जारी कर कोई भी निर्णय लेगी तो प्रश्रपत्र एवं उत्तर पुस्तिकाओं की तैयारी समय पर कैसे हो पायेगी। इन कक्षाओं के लिए परीक्षा फीस भी स्कूलों के द्वारा नही ली गई हैं। अंतिम समय में आदेश आने पर जिला शिक्षा कार्यालय एवं संबंधित स्कूल अपनी तैयारी कैसे करपायेगें यह समझ से परे हैं। 

शुक्रवार, 11 मार्च 2011

मृत किसान परिवार को कांग्रेस ने 30 हजार रू. की आर्थिक सहयोग प्रदान किया



कर वृद्धि के विरोध में 26 मार्च को कांकेर जिला बंद का आयोजन
भानुप्रतापपुर में जिला कांग्रेस की बैठक में हुआ निर्णय

कांकेर :- प्रदेश सरकार के द्वारा नगर पालिका एवं नगर पंचायत में समेकित एवं जलकर में की जा रही बेतहाशा वृद्धि को वापस लेने एवं स्थानीय समस्याओं को लेकर 26 मार्च शनिवार को संपूर्ण कांकेर जिला बंद कराने का निर्णय भानुप्रतापपुर में संपन्न जिला कांग्रेस की बैठक में लिया गया। कांग्रेस ने प्रदेश सरकार के मंत्रियों पर मृत किसान परिवार के लिए सहायता पहुंचाने के नाम पर झूठी घोषणा करने का आरोप लगाते हुए परलकोट क्षेत्र के आत्महत्या करने वाले अधीर हालदार की पत्नि सविता हालदार को जनता एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सहयोग से कुल 30 हजार रू. की आर्थिक मदद प्रदान की। 
जिला कांग्रेस की महती बैठक में उपस्थित प्रमुख पदाधिकारी एवं निगरानी समिति के सदस्यों ने कांग्रेस में एकजूटता के साथ काम करने का संकल्प लिया एवं केन्द्र सरकार की योजनाओं की निगरानी करने समिति के सदस्य गांवों का दौरा कर निर्माण कार्यों में किये जा रहे भ्रष्टाचार को आम जनता के सामने उजागर करेगें इस हेतु रामनवमी 12 अप्रैल से ग्राम संपर्क अभियान चलाया जायेगा। जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी ने कहा कि जिला कांग्रेस के द्वारा एक चिंतन शिविर का आयोजन परलकोट क्षेत्र के कैरकेट्टा डेम में 17-18 अप्रैल को किया जावेगा, जिसमें प्रत्येक ब्लाक से 20 प्रमुख पदाधिकारी शामिल होगें।  चिंतन बैठक में कांग्रेस को मजबूत कर जिले की जिले की तीनो सीटों पर जीत हासिल करने रणनीति तैयार करने के साथ आगामी विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव की तैयारी हेतु कार्ययोजना तैयार की जायेगी।

जिला कांग्रेस की बैठक में प्रमुख रूप से जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी, पूर्व विधायक शिव नेताम, मंतूराम पवार, जितेन्द्र सिंह ठाकुर, रामबाबू पांडे, नरेन्द्र पोटाई, भुनेश्वर नाग, मानक दरपट्टी, बीरेश ठाकुर, शंकर धु्रवा, चन्द्रकांत धु्रवा, परदेशी निशाद, नरेश बिछिया, अखिलेश चंदेल, विमला ठाकुर, निशा मेहता, नरोत्तम पटेल, बेला ठाकुर, बसंत यादव, राजेश शर्मा, कैलाश खत्री, लोकेश किरी, हेमंत धु्रव, कांति नाग, स्वर्णलता सिंह, झमित जैन, ठाकुरराम कश्यप, स्वतंत्र नामदेव, शांति सिकदार, ललित ठाकुर, श्याम शुक्ला, महेन्द्र यादव धर्मेन्द्र मेहता, सुरेश सचदेव, बद्री गावडे, शिवराम जुर्री, रामाधीन कुलदीप, मोती साहू, जगमोहन ग्रेवाल, महेश साहू, सुभाष विश्वास, अनिल गुहा, संजय साहा, बुंदेश्वर भंडारी, गिरवर साहू, महेन्द्र यादव, मेरसिंह दुगा, किरण डोंगरे, दयावती रावटे, रूखसाद खान, धर्मेन्द्र सेन, कमलेश चोपडा, सुनील पाढ़ी, पंकज वाधवानी, वीरेन्द्र ठाकुर, हिरवेन्द्र साहू, सत्तर खान, रामप्रसाद सोरी, जितेन्द्र मोटवानी, बापी मिस्त्री, कोमल शोरी, अजय सिंह रेणु, शिशुपाल मंडावी, सुरेश पंजवानी, अमर सिंह आनन्दराम, विक्की वाधवानी, मनीष आदि उपस्थित थे।




शनिवार, 5 मार्च 2011

कांग्रेसियों ने दी अर्जुन सिंह को श्रद्धांजलि



कांकेर :- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व केन्द्रीय मंत्री अर्जुन सिंह के असामायिक निधन होने पर जिला कांग्रेस कमेटी कांकेर के द्वारा कम्युनिटी हाल में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कांग्रेसजनो ने दो मिनट मौनधारण कर स्व. सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी ने कहा कि अर्जुन सिंह जी पार्टी एवं सरकार के विभिन्न पदों पर रहते हुए देश एवं कांग्रेस की सेवा की हैं। वे म.प्र. में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष, प्रदेश के मुख्यमंत्री, केन्द्र सरकार में मंत्री एवं अखिल भरतीय कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष रहे हैं। पंजाब के राज्यपाल के रूप में उन्होने लोगोंवाल समझौता करा कर पंजाब से आतंकवाद को समाप्त करने में अपनी अहम भूमिका निभाई थी। वे अल्पसंख्यक, पिछड़े तबके एवं सर्वहारा वर्ग के लिए अनेकों उल्लेखनीय कार्य किए हैं। तेन्दुपत्ता तोडऩे वाले मजदूरों को मालिकाना हक दिलाने तेन्दुपत्ते का सहकारीकरण उनके मुख्यमंत्री कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धी थी। श्री अर्जुन सिंह के निधन से पार्टी एवं देश को अर्पूणीय क्षति हुई हैं। श्रद्धांजलि सभा में प्रदेश प्रतिनिधि दिलीप खटवानी, जितेन्द्र सिंह ठाकुर, शहर कांग्रेस अध्यक्ष नरेश बिछिया, महिला कांग्रेस अध्यक्ष ग्रामीण श्रीमती स्वर्णलता सिंह, शहर अध्यक्ष श्रीमती झमित जैन, पार्षद यासीन कराणी, आलोक श्रीवास्तव, विजय यादव, डा. श्यामल दत्ताराय, राजेश शर्मा, ओमप्रकाश गिड़लानी, इसहाक अहमद, जितेन्द्र मोटवानी, ललित सिंह ठाकुर, वरलक्ष्मी ब्रह्मम, रोशन आरा, बिनेश ठाकुर आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे। 

मंगलवार, 1 मार्च 2011

कांग्रेस ने किया प्रदर्शन, राज्यपाल के नाम जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन



कांकेर। विभिन्न मांगों को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया गया। स्थानीय पुराना बस स्टैंड में आयोजित धरना प्रदर्शन में कांग्रेस पदाधिकारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी ने कहा कि प्रदेश सरकार के द्वारा लगातार जनविरोधी निर्णय लेकर नगरीय निकाय में जलकर ७२ रुपए एवं सफाई कर ३६ रूपए वार्षिक कर के स्थान पर समेकित कर के नाम से ६०० रुपए वार्षिक कर दिया गया है। उसी प्रकार १४ जनवरी को अधिसूचना जारी कर जल कर में ३४० प्रतिशत की वृद्घि कर दी गई है। पूर्व में संपत्ति करदाता को ६० रुपए मासिक से बढ़ाकर १८० रुपए मासिक कर दिया गया है। राज्य सरकार को इससे भी संतोष नहीं मिला तो उसने छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी के द्वारा बिजली दरों में वृद्घि के प्रस्ताव दिए गए है। वर्तमान मे प्रतियुनिट घरेलू उपभोक्ता हेतु १.५० रुपए के स्थान पर २.१० रुपए, गैर घरेलू ३.५० रुपए के स्थान पर ४.८० रुपए, कृषि १.०० रुपए के स्थान पर २.४० रुपए, कृषि एलाईड सेवा २.४० के स्थान पर ३.५० रूपए, औद्योगिक ३.०० रुपए के स्थान पर ४.५० रूपए जन उपयोगता १.७५ रुपए के स्थान पर ३.३० रुपए प्रस्ताविक किया गया है। जिला कांग्रेस कमेटी राज्य सरकार के इस जनविरोधी नीतियों के विरोध में एवं परलकोट के मृतक किसान परिवार को आर्थिक सहयोग प्रदान करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया है। 

इस अवसर पर पूर्व मंत्री शिव नेताम, ब्लाक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नरेश बिछिया, नरोत्तम पटेल, नपाध्यक्ष पवन कौशिक, उपाध्यक्ष मनोज जैन, यासीन कराणी, विजय यादव, स्वर्णलता सिंह, राजेश शर्मा, ज्योति साहू, सरस्वती नायर, रामबहादुर सिंह, इसहाक अहमद, आशीष दत्ताराय, श्यामल दत्ता राय, ललित सिंह ठाकुर, राजा देवनानी, नरोत्तम पडोटी, लक्ष्मणपुरी गोस्वामी, कुमारी शर्मा, वरलक्ष्मी ब्रम्ह, निशा मेहता, मोंगरा वर्मा, परदेशी राम निषाद, महेंद्र नायक, दिनेश पटेल, शिवाराम जुर्री, दिलीप खटवानी, रामाधर कुलदीप, सियाराम मंडावी, मुकेश खटवानी, रामकृष्ण कुंजाम, जितेंद्र मोटवानी आदि मौजूद थे।
किसान परिवार की सहायता के लिए मांगे दान : 

जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा पखांजूर क्षेत्र के किसान के आत्महत्या के बाद उसके परिवार को आर्थिक सहयोग करने की पहल शुरू कर दी। पीड़ित परिवार से मिलने गए कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने त्वरित आर्थिक सहायता दी थी। सोमवार को कांग्रेस के पदाधिकारियों ने शहर में घुम घुमकर पीड़ित किसान परिवार की मदद के लिए सहयोग मांगा।








किसान की मदद करने कांग्रेस ने जनता से मांगा दान


जन सहयोग. सरकार द्वारा मदद नहीं किए जाने से मृतक के परिवार को मदद देने दान पेटी लेकर जनता के बीच पहुंचे कांग्रेसी
कर्ज से लदे किसान ने वसूली के लिए सख्ती किए जाने से परेशान होकर की थी आत्महत्या। 


जिला कांग्रेस कमेटी ने सोमवार को धरना प्रदर्शन करते हुए कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या करने वाले किसान की मदद करने आम जनता से दान मांगा। कांग्रेसियों ने कहा कि रमन सरकार ऋण से परेशान होकर आत्महत्या करने वाले किसान के परिवार की कोई सुध नहीं ले रही है इसलिए कांग्रेस आमजनता से दान मांगकर मृतक के परिवार की मदद करेगी। पहले कांग्रेसियों ने स्वयं दानपेटी में पैसे डाले इसके बाद व्यापारियों के अलावा आमजनता से भी दान मांगा। 

कांग्रेसियों की दान पेटी में रिक्शा चलाने वालों के अलावा छात्र-छात्राओं ने भी पैसे डाले। ज्ञापन लेने मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने भी कांग्रेसियों द्वारा निवेदन किए जाने पर दानपेटी में पैसे डाले। धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कांगे्रेस नेताओं ने कहा कि किसानों के हितों की बात करने वाली रमन सरकार की गलत नीतियों के कारण किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण परलकोट क्षेत्र के ग्राम पीवी ११४ का किसान अधीर हालदार है जिसने तहसीलदार द्वारा ऋण वसूली के लिए धमकाए जाने से क्षुब्ध होकर आत्महत्या कर ली। किसानों से कृषि ऋण में छह प्रतिशत ब्याज लेने की घोषणा करने वाली प्रदेश सरकार किसानों से १४ प्रतिशत की दर से ब्याज वसूल रही है। कांग्रेसियों ने मांग करते हुए कहा कि परलकोट क्षेत्र के मृतक किसान परिवार को पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता तथा परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी दी जाए। किसान को आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने वाले तहसीलदार के विरूद्ध अपराधिक प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की जाए। प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि नगरीय निकायों के अधिकार क्षेत्र में अनुचित हस्तक्षेप करते हुए समेकित एवं जलकर में वृद्धि के आदेश जारी कर उसकी स्वायत्ता को समाप्त कर संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन कर रही है। प्रदेश सरकार ने समेकित कर में दोगुना व तीन गुना वृद्धि कर दिया है। १४ जनवरी २०११ को नया आदेश जारी कर १८० रुपए जल कर वसूल करने का फरमान नगरीय निकाय को जारी किया है। इसी प्रकार बिजली के दरों में भी कई गुना वृद्धि के प्रस्ताव दिए गए हैं। प्रदेश सरकार महंगाई को कम करने के बजाए महंगाई बढ़ाने का काम कर आम जनता के ऊपर बोझ डाल उसकी कमर तोडऩे का काम कर रही है। प्रदेश सरकार से समेकित कर तथा पेयजल दरों में की गई वृद्धि को वापस लेने कर मांग की गई है। छत्तीसगढ़ नियामक आयोग द्वारा बिजली की दरों में प्रस्तावित वृद्धि को भी वापस लेने की मांग की।

रेल लाइन के लिए सर्वे की मिली मंजूरी


बजट स्वीकृत होने के बाद रेल लाइन बिछाने की प्रक्रिया शुरू होगी। दिन भर जारी रहा चर्चाओं का दौर। 
जिलेवासियों का रेल लाइन का सपना इस वर्ष के रेल बजट से साकार होने की संभावनाएं नजर आ रही है। रेल मंत्री ममता बनर्जी ने धमतरी से कांकेर रेल लाइन के लिए सर्वे कराने की घोषणा की है। 
रेलवे सूत्रों के अनुसार इस घोषणा के बाद रेलवे जोन द्वारा धमतरी से कांकेर रेल लाइन के लिए सर्वे कराया जाएगा जिसमें एक से दो साल तक का समय लगने की संभावना है। सर्वे रिर्पोट रेलवे बोर्ड को भेजी जाएगी जहां से एक बार फिर इस रेल लाइन को बिछाने से होने वाले नफा नुकसान के लिए सर्वे किया जाएगा। रेलवे बोर्ड रेल लाइन बिछाने हरी झंडी तभी देता है जब उसे कम से कम १४ प्रतिशत का मुनाफा हो। सब कुछ ठीक होने के बाद इसे रेल लाइन बिछाने बजट में लिया जाएगा तथा बजट स्वीकृत होने के बाद रेल लाइन बिछाने की प्रक्रिया शुरू होगी। शहर में शुक्रवार को अफवाह फैल गई थी की कांकेर रेल लाइन को बजट में स्वीकृति मिल गई है। भास्कर ने जानकारी ली तो पता चला की फिलहाल स्वीकृति सर्वे के लिए मिली है। 

कांग्रेसियों ने की आतिशबाजी : रेल बजट में धमतरी से कांकेर तक रेल लाइन के लिए सर्वे करने की घोषणा होने की खबर लगते ही सभी कांग्रेसी पुराना बसस्टेंड में एकत्रित हुए तथा खुशी जाहिर करते आतिशबाजी की तथा मिठाइयां बांटी। इस दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी, पवन कौशिक, मनोज जैन, यासिन कराणी, आलोक श्रीवास्तव, विजय यादव, आशीष दत्ता राय, राजा देवनानी, मतीन खान, नरेश बिछिया, आकाश राव आदि उपस्थित थे।
कांकेर। सालों से रेल का रास्ता देख रहे शहरवासियों के लिए उस समय खुशी का ठिकाना नहीं रहा, जब उन्हें पता चला कि कांकेर तक रेल मार्ग का विस्तार किया जाएगा। शहरवासी काफी लंबे समय से इस दिन का इंतजार कर रहे थे। कांकेर के रेल मार्ग से न जुड़े होने के कारण लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।
रेल मार्ग के निर्माण हो जाने से बहुत सारी सुविधाओं का विकास होगा


 कांग्रेसियों ने शहर के पुरो बस स्टैण्ड में फटाखे फोड़े तथा मिठाईयां बांटी। इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष राजेश तिवारी, नगर पालिका अध्यक्ष पवन कौशिक, मनोज जैन, यासीन कराणी, नरेश बिछिया, मतीन खान, विष्णुप्रसाद चौरसिया, केडी मिश्रा, आलोक श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष युवा कांग्रेस विधान सभा आकाश राव, गुरदीप महंत, राजा देवनानी, डा.श्याल दत्त राय, सुनील पुरी गोस्वामी, विजय यादव, भानसिंह नरेटी, सोनू मोटवानी, उदय नेताम, राजू मिश्रा व अन्य कांग्रेसियों ने उपस्थित होकर खुशी जाहिर की। राजेश तिवारी जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि आज का दिन जिलेवासियों के लिए खुशी का दिन है। कांकेर के रेलमार्ग से जोड़े जाने से लोगों को काफी सुविधाएं मिलेगी। लोगों का रोजगार के नये अवसर मिलेंगे, आदिवासी अंचल का विकास होगा। कांकेर के रेलमार्ग से जोड़े जाने से भविष्य में यहां बड़ी मंडी का विकास भी संभव है। कांग्रेस कमेटी द्वारा कांकेर को रेल मार्ग से जोड़े जाने की मांग लगातार की जा रही थी। नगर पालिका अध्यक्ष पवन कौशिक ने कहा कि इससे आवागमन की सुविधा बढ़ेगी, जिससे विकास होगा और रोजगार के नये अवसर मिलेंगे तथा उद्योग धंधों का विकास भी तेजी से होगा। डा.श्यामल दत्ता राय ने कहा कि बस्तर जैसे अंचल में धमतरी कांकेर रेल लाईन जोड़ने से आवागन की सुविधा के साथ-साथ व्यापारियों बंधुओं को भी लाभ मिलेगा।





किसान की आत्महत्या का मामला गर्माया



जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने पंखाजूर  के ग्राम पीवी ११४ पहुंच ४० वर्षीय किसान अधीर हालदार के पीडि़त परिवार से भेंट कर उनसे घटना की वास्तविक जानकारी ली। प्रतिनिधि मंडल ने किसान के पीडि़त परिवार को ढांढस बंधाते हुए किसान के क्रियाक्रम के लिए पांच हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान की। कमेटी ने परिवार को सांत्वना देते हुए कहा कि उन्हें आगे भी अर्थिक मदद की जाएगी।

पंखाजूर से लौटे कांग्रेस कमेटी ने मुख्यमंत्री के नाम पर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कांग्रेस ने मांग की है कि किसान अधीर हालदार का कर्ज माफ कर उसके परिवार को पांच लाख की आर्थिक सहायता प्रदान करें। प्रदेश सरकार किसान के परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी प्रदान करे। किसान को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले तहसीलदार के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की जाए। किसान के परिवार से मिलने विरेश ठाकुर, मंतु पवार, देवजीत कुंडु, अभिजित भट्टाचार्य बालाई बोस आदि पीवी ११४ पहुंचे थे। जिला कार्यालय में ज्ञापन सौंपने राजेश तिवारी, नपा अध्यक्ष पवन कौशिक, जितेंद्र सिंह ठाकुर, दिलीप खंटवानी, मनोज जैन, नरेश बिछिया, तरेंद्र भंडारी, इसहाक खान आदि उपस्थित थे। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पखांजूर तहसीलदार ने पेशी के दौरान दोनों किसानों को अपनी जमीन बेचकर कर्ज पटाने दबाव डाला था तथा कर्ज नहीं पटाने पर घर, जमीन कुर्क कर जेल भेजने की धमकी दी थी। इसी के चलते किसान अधीर हालदार ने आत्महत्या कर ली थी। किसान के पांच छोटे बच्चे है जिनके पालन पोषण की पूरी जिम्मेदारी मृतक की पत्नी सविता हालदार के ऊपर आ गई है। बैंक द्वारा जमीन कुर्क करने से मृतक की पत्नी व छोटे बच्चों के सामने भूखों मरने की स्थिति निर्मित हो जाएगी।

मुख्यमंत्री और तहसीलदार का पुतला फूंका

पखांजूर में युवा कांग्रेस सदस्यों ने मुख्य मार्ग में मुख्यमंत्री तथा तहसीलदार पखांजूर का पुतला जलाया। विधानसभा अंतागढ़ क्षेत्र के उपाध्यक्ष बलाई बोस ने बताया कि केंद्र की कांग्रेस सरकार द्वारा ऋण माफी योजना के तहत ७३ हजार करोड़ की ऋण माफ की गई थी किंतु इस किसान को इसका लाभ राज्य शासन द्वारा क्यों नहीं दिलवाया गया। पखांजूर तहसीलदार द्वारा किसान अधीर हालदार पर वसूली के लिए दबाव बनाया गया जिसके चलते किसान ने आत्महत्या कर ली। पेशी के दौरान तहसीलदार ने जबरन जमीन बेचने मजबूर किया था। किसान पहले ही ऋण अदा करने अपनी एक एकड़ जमीन बेच चुका था जिसके चलते परिवार का भरण पोषण करना उसके लिए कठिन हो रहा था। इन्ही सब कारणों से परेशान किसान ने मजबूर होकर आत्महत्या कर ली। युवा कांग्रेस ने स्थानीय अधिकारी पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज करने की मांग की। साथ ही किसान का ऋण माफी एवं बेवा को सहायता शासन द्वारा दी जाए। प्रदर्शन में आशीबाला, रथिन विश्वास, महितोष मजुमदार, तनु दास, मुकेश, विजय पाल, अशोक दास, पिंटु, सोनु, घनश्याम बेसरा, संजय मिस्त्री, अपल राव उपस्थित थे।