बुधवार, 5 जनवरी 2011

धान खरीदी मुद्दे पर कांग्रेस करेगी 6 जनवरी को ब्लाक मुख्यालय में चक्काजाम


कांकेर :- किसान हमारे अन्नदाता हैं, किन्तु वे ही अन्नदाता आज मुसिबतों से घिरा हुए हैं। जब हमारे अन्नदाता ही सुखी नही रहेगें तो आम जनता कैसी सुखी रह सकती हैं। उन्हे खाने को अन्न कहां से मिलेगा? प्रदेश सरकार किसानों के धान की फसल की हुई क्षति का मुआवजा प्रदान नही कर रही हैं। प्राकृतिक आपदा के कारण धान की फसल खराब हुई हैं जिसकी खरीदी प्रदेश सरकार को करना चाहिए। ऐसी स्थिति में किसान के सामने आत्महत्या करने के अलावा दूसरा रास्ता नही बचेगा। उक्त उद्गार व्यक्त करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी ने जिले के नागरिकों, व्यापारी बन्धुओं, मजदूर एवं किसानों से कांग्रेस द्वारा आयोजित 6 जनवरी के चक्काजाम आन्दोलन को समर्थन प्रदान करते हुए स्वस्फूर्त अपने वाहनों को एक धण्टा सडक़ों पर खड़ा कर चक्काजाम करने की अपील की हैं।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री किसानों के एकएक दाने धान को खरीदने की बात तो कर रहे हैं किन्तु प्रदेश सरकार किसानों के धान की खरीदी ना कर उसे खराब क्वालिटी का बता कर रिजेक्ट कर रही हैं। और नाही फसलों की हुई क्षति का आंकलन करा कर मुआवजा ही प्रदान कर रही हैं। एक प्रकार से प्रदेश के मुख्यमंत्री किसानों के साथ धोखा कर रहे हैं। श्री तिवारी ने कहा कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण प्रदेश में नक्सलवाद की समस्या दिनों दिन बढ़ती जा रही हैं। बेकसुर आदिवासी मारे जा रहे हैं या फर्जी मामलों में गिरप्तार किया जा रहा हैं। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में ग्रामीणों का जीना मुहाल हो गया हैं। उसका ताजा उदाहरण रावघाट थाना क्षेत्र के ग्राम निबरा निवासी सनऊराम की फर्जी मुठभेड़ बता कर हत्या एवं ईनामी नक्सली बता कर निर्दोष आदिवासी ग्रामीण को गिरफ्तार कर प्रताडि़त करने एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों के विरूद्ध फर्जी मामले गढ़ा जा रहा हैं। इस पूरे प्रकरण की सीबीआई से जांच करानी चाहिए। 
जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी ने जिले के समस्त नागरिकों से अपील की है  कि जिला कांग्रेस द्वारा 6 जनवरी को सरकार को चेताने के लिए जिला व ब्लाक मुख्यालय में किए जा रहे एक धण्टे का सांकेतिक चक्काजाम आन्दोलन का समर्थन करते हुए स्वत: अपने वाहनों को दोपहर 2 से 3 बजे तक सडक़ों पर खड़ा रख कर आन्दोलन का समर्थन करें।

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