बुधवार, 27 अक्तूबर 2010

महंगाई डायन खाय जात है

प्रदेश के मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह एक ओर केन्द्र सरकार पर महंगाई पर नियंत्रण नही कर पाने का आरोप लगा कर अपने सभाओं में पिपली लाईव का गाना महंगाई डायन खाय जात है गाते हैं। दूसरी ओर यात्री किराया में 17.5 प्रतिशत की वृद्धि कर आम जनता के ऊपर बोझ डालने का काम किया हैं। डा. रमन सिंह वास्तव में आम जनता को महंगाई से राहत दिलाना चाहते तो पेट्रोल एवं डीजल में राज्य सरकार के द्वारा लगाये जा रहे 25 प्रतिशत टैक्स में कमी कर यात्री बस किराये में वृद्धि को रोक सकते थे। किन्तु ऐसा ना कुछ करते हुए केन्द्र सरकार के ऊपर आरोप लगा कर अपनी जिम्मेदारी से इतिश्री मान बैठे हैं। एक तो वैसे भी यात्री बसों के मालिक राज्य शासन के द्वारा निर्धारित किराये से ज्यादा ही लेते हैं, उस पर सरकार का कोई नियंत्रण नही हैं। यात्रियों के द्वारा शिकायत भी की जाती है तो उस पर कार्रवाई करने वाला कोई नही हैं।
डा. रमन सिंह पिपली लाईव का गाना गाना छोड़ दें क्योंकि बस किराये में वृद्धि के बाद आम जनता अब गा रही है कि रमन डायन खाय जात हैं। 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें