रविवार, 13 नवंबर 2011

प्रदेश सरकार पर कांग्रेस के कड़े प्रहार




भास्कर न्यूज .कांकेर:  रथयात्रा पर निकले भाजपा नेता लालकृष्ण आडवानी जगह-जगह केन्द्र सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं लेकिन जिन राज्यों में भाजपा की सरकार है वहां पर हो रहे खुलेआम भ्रष्टाचार का उल्लेख नहीं कर रहे हैं। भाजपा ने पूर्व में राममंदिर बनाने के नाम पैसा लिया था लेकिन ना तो मंदिर निर्माण किया और ना ही उसका आज तक हिसाब किताब जनता को दिया है। 

स्थानीय कृषि उपज मंडी में आयोजित कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते प्रदेश कांग्रेस प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने उक्त बातें कहीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश भाजपा सरकार की किसान विरोधी नितियों के चलते प्रदेश के कुछ किसान आत्महत्या तक कर चुके हैं। राज्य में कांग्रेस सरकार बनाने कार्यकर्ताओं को अभी से समर्पित होकर कार्य करना पड़ेगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल ने कहा कि रमन सरकार बहुत ज्यादा भ्रष्ट है, जिसके कारण आम आदमी परेशान है। कांकेर जिले में भी जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जोडऩे और कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने २०१२ में जनवरी से मार्च तक एक अभियान चलाया जाएगा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षणों का आयोजन किया जाएगा। प्रत्येक बूथ में पार्टी को मजबूत बनाने पांच कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की टीम गठित करना है। 

पूर्व राज्य मंत्री सत्यनारायण शर्मा ने कहा प्रदेश की भाजपा सरकार केंद्र से मिलने वाले पैसे से चल रही, उसमें भ्रष्टाचार भी कर रही है। भाजपा शासनकाल में अपराध की घटनाओं में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रताडि़त किया जा रहा है। प्रदेश में भ्रष्टाचार व्यापक रूप से फैला हुआ है। भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकने सभी को संकल्प लेना चाहिए। कार्यकर्ता सम्मेलन को पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरविंद नेताम, कोटा विधायक कवासी लखमा, प्रदेश कांग्रेस महामंत्री फूलों नेताम, कांग्रेस के प्रदेश नेता रमेश वाल्याणी, शेखर यादव, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नरेश ठाकुर, प्रदेश कांग्रेस सचिव राजेश तिवारी ने भी सभा को संबोधित किया। मंच संचालन दयाराम जैन ने किया। सम्मेलन में विधायक गुरूमुख सिंह होरा, पूर्व विधायक मंतूराम पवार, पूर्व मंत्री गंगा पोटाई, शिव नेताम, छग कांग्रेस महिला अध्यक्ष अंबिका मरकाम, राजकुमारी दीवान, लोकसभा युवक कांग्रेस अध्यक्ष अमीन मेमन के अलावा नितिन पोटाई, पुरुषोत्तम पाटिल, मानक दरपट्टी, पवन कौशिक, आशीष दत्ता राय, बसंत यादव, चंद्रकांत ध्रुवा, स्वर्णलता सिंह, पुरषोतम गजेंद्र, आकाश राव, कांति नाग, परदेशी राम निषाद, मांडवी दीक्षित, मोतीराम साहू, धर्मेंद्र सेन, सुनील गोस्वामी, रामाधार कुलदीप, नंदकिशोर राठी, रामकरण कुंजाम, धर्मेंद्र मेहता, पंडित राम नरेटी, दुर्गाप्रसाद कोमरा, शिवलाल टांडिया, बाबा गढ़पाले, आरती श्रीवास्तव, विजय यादव, डा विजय तिवारी, चंद्रकुमार यादव, शंकर ध्रुवा, गणेश तिवारी, इशहाक अहमद, लक्ष्मणपुरी गोस्वामी, मुन्ना सिन्हा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे। 

प्रदेश की भाजपा सरकार से जनता त्रस्त 
नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे ने कहा कि प्रदेश में परिवर्तन की लहर स्पष्ट दिख रही है। आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी प्रदेश की भाजपा सरकार से जनता त्रस्त हो चुकी है। प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन चलाया जाएगा। प्रदेश से नक्सलवाद से लडऩे सरकार पूरी तरह विफल साबित हो रही है। नक्सली उन्मूलन के नाम बस्तर के जंगलों में रहने वाले आदिवासी ही मारे जा रहे है। कभी नक्सलियों की गोली से तो कभी सीआरपीएफ जवानों की गोलियों से आदिवासी ही मारे जा रहे है। प्रदेश की बहुमूल्य खनिज संपदा को दलालों के माध्यम बाहर भेजा जा रहा है। भाजपा प्रदेश सरकार किसानों को मात्र लुभाने वायदा करती है लेकिन बोनस नहीं देकर धोखा कर रही है। रमन सरकार किसानों तथा आमजनता की नहीं बल्कि पूंजीपतियों की सरकार है यही कारण है की पूंजीपतियों को तो भरपूर बिजली पानी तथा अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है लेकिन किसानों के दर्द से सरकार को कोई वास्ता नहीं है। प्रदेश सरकार की लापरवाही का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सका है की गलत इलाज की वजह से बालोद और कवर्धा में ५४ लोगो की आंखें चली गई और ४ की मौत हो गई।

महंत के नहीं पहुंचने से निराशा 

कार्यकर्ता सम्मेलन में केंद्रीय कृषि मंत्री चरणदास महंत भी पहुंचने वाले थे लेकिन बस्तर से लौटते वक्त वे कांकेर नहीं रुके और सीधे रायपुर के लिए रवाना हो गए। राजनीतिक हलकों में इसे कांग्रेस नेताओं की गुटबाजी से जोड़ कर देखा जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी बीके हरिप्रसाद भी कार्यक्रम के बीच से ही अपने संबोधन के बाद चले गए। कार्यक्रम शुरू होने का निर्धारित समय दोपहर १२ बजे था। वरिष्ठ नेताओं के विलंब से पहुंचने के चलते कार्यक्रम बेहद विलंब से दोपहर ३ बजे शुरू हो पाया। कार्यक्रम को लेकर कार्यकर्ताओं में बहुत ज्यादा उत्साह था और सभी विकासखंडों से कांग्रेस कार्यकर्ता, पदाधिकारी पहुंच गए थे। पंडाल महिला पुरुष कार्यकर्ताओं से भरा हुआ था लेकिन केंद्रीय कृषि मंत्री के नहीं पहुंचने से कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को निराशा हुई।


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