मंगलवार, 17 अक्तूबर 2017

कोयलीबेड़ा में कांग्रेस का प्रदर्शन


कांकेर :- धूर नक्सल प्रभावित क्षेत्र कोयलीबेड़ा में युवा कांग्रेस के तत्वाधान में जनपद पंचायत कार्यालय सहित अन्य कार्यालय कोयलीबेड़ा में पुन: प्रारंभ करने एवं तेन्दुपत्ता की मजदूरी 200 रू. करने सहित 15 सूत्रिय मांगों को लेकर मुख्यमार्ग में रैली निकाल कर कांग्रेसियों ने प्रदर्शन किया। रैली के पश्चात आयोजित सभा को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश तिवारी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने घोषणा की थी कोयलीबेड़ा में जनपद कार्यालय तीन दिन लगाया जाये किन्तु उनके आदेश का पालन अभी तक नही किया जा रहा हैं। यहां से सभी कार्यालय अन्यत्र स्थानांतरित कर दिये गये हैं। जिसके कारण यहां के आदिवासियों को काफी परेशानी हो रही हैं। इसलिए पखांजूर एवं कोयलीबेड़ा ब्लाक को पृथक कर दोनो को अलग अलग ब्लाक का दर्जा प्रदान करना चाहिए। श्री तिवारी ने कहा कि कोयलीबेड़ा ब्लाक में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार हो रहा हैं, जितनी राशि इस ब्लाक के लिए स्वीकृत की गई है अगर उसे प्रत्येक परिवार को बांट दिया जाता तो वे लखपति हो जाते। यहां के आदिवासियों को नक्सली के नाम से प्रताडि़त किया जा रहा हैं। सभा को जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष भुनेश्वर नाग, मानक दरपट्टी, रत्तीराम दुगा, धन्नूराम, मुनीर अहमद ने भी संबोधित किया। 
रैली एवं सभा के पश्चात महामहिम राज्यपाल के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें उल्लेख किया गया है कि जनपद पंचायत, खंड शिक्षा अधिकारी एवं महिला बाल विकास कार्यालय तत्काल प्रारंभ किये जावे, एकीकृत एक्शन प्लान के तहत राशि स्वीकृत करने, मेढक़ी नदी में एनीकट निर्माण, विद्युत पावर स्टेशन, दूर संचार टावर प्रांरभ करने, स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार प्रदान करने, स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सक की व्यवस्था, शाला एवं छात्रावास में चारदीवारी निमार्ण, तेन्दुपत्ता की मजदूरी दर 200 रू. करने, रावघाट परियोजना में यहां के लोगों को नौकरी प्रदान करने, चारगांव लौह अयस्य परियोजना की 75 प्रतिशत रायल्टी यहां के विकास के लिए खर्च करने, अंतागढ़ कोयलीबेड़ा मार्ग की मरम्मत कर नया सडक़ निर्माण करने एवं एकलव्य आदर्श विद्यालय कोयलीबेड़ा में खोले जाने की मांग की गई हैं। रैली में काफी संख्या में महिला पुरूष एवं युवा वर्ग के लोग सम्मिलित थे। 

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