सोमवार, 19 सितंबर 2011

गणमान्य नागरिकों के साथ गढिय़ा पहाड़ का अवलोकन



कांकेर. एतिहासिक गढिय़ा पहाड़ को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने जिला प्रशासन तथा वनविभाग के अमले ने जनप्रतिनिधियों तथा शहर के गणमान्य नागरिकों के साथ गढिय़ा पहाड़ का अवलोकन किया।
विधायक सुमित्रा मारकोले ने बताया कि मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप गढिय़ा पहाड़ में सडक़ तथा मंगल भवन बनना है। इस संबंध में कलेक्टर तथा वनसंरक्षक से चर्चा कर शीघ्र कार्ययोजना बनाने कहा गया था। सडक़ बन जाने से श्रध्दालुओं को पहाड़ चढऩे में सुविधा होगी तथा पर्यटकों का भी आवागमन बढ़ेगा। 17 सितंबर की सुबह 8.30 बजे दल ने मेला भाठा मैदान से जोगी गुफा के रास्ते पहाड़ पर चढऩा शुरू किया। कलेक्टर निर्मल खाखा ने बताया प्रथम चरण में मेला भाठा मैदान से जोगी गुफा तक सडक़ बनेगी तथा दुसरे चरण में जोगी गुफा से गढिय़ा पहाड़ तक सडक़ बनाई जाएगी।
सडक़ निर्माण में लोक निर्माण विभाग तथा लोक यांत्रिकीय विभाग के अफसरों से तकनीकी सहयोग लिया जाएगा। डीएफओ आरके चंदेले ने बताया रास्ते में जगह जगह पर्यटकों के विश्राम के लिए पकोड़ा तथा विहंगम दृश्यों का नजारा लेने स्थलों का चयन किया जा रहा है। दल ने गढिय़ा पहाड़ पर गार्डन तथा वाहनों की पार्किंग के लिए भी स्थलों का चयन किया। सडक़ तथा सीढ़ी मार्ग के दोनो ओर फलदार तथा फूलदार पौधों का रोपण भी करने का निर्णय लिया गया।
गढिय़ा पहाड़ के एतिहासिक स्थलों फांसी भाठा, टूरी हठरी, खजाना पत्थर, किला, छूरी पगार, जोगी गुफा आदि को पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित करने तथा सुरक्षा के उपाय करने का निर्णय लिया गया। दल के सदस्यों के सुझाव पर गढिय़ा पहाड़ पर किले की चारदीवारी के अवशेषों का पुराना स्वरूप देते सरंक्षण करने का भी निर्णय लिया गया। मेला भाठा मैदान से जोगी गुफा के रास्ते प्रस्तावित सडक़ मार्ग पर बिजली तथा पेयजल के इंतजाम भी किए जाएंगे।
अवलोकन करने गए दल में राजेश तिवारी, पवन कौशिक, भरत मटियारा, अनिरूध्द साहू, मनोज जैन, जितेंद्र सिंह ठाकुर, राजीव लोचन सिंह, संदीप चौबे, विवेक परते, नारायण चंदेल, रामकुमार पंजाबी, राकेश यादव, गोपाल शर्मा, राजेश शर्मा, हुमन साहू, उपेंद्र शांडिल्य, ईशाक अहमद, राजूसिंह राणा के अलावा लोक निर्माण विकास के कार्यपालन अभियंता एमएल उईके, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के कार्यपालन अभियंता एचएस मरकाम, वन परिक्षेत्र अधिकारी पीएनआर नायडू के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।  

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